बिहार सरकार के विरोध में जन सुराज ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर सरकार की नीतियों का किया विरोध..
कैमूर टॉप न्यूज,भभुआ:शहर के एकता चौंक पर जन सुराज के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार की नीतियों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया.इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए.सभी ने एकजुट होकर सरकार के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए जनसुराज के रणनीति कार प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कराया और छात्रों पर लाठीचार्ज करवाया उन्होंने इसे लोकतंत्र का हनन बताया और कहा कि सरकार जनता और छात्रों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है.
वहीं जनसुराज के प्रदेश कार्य समिति सदस्य जैनेन्द्र कुमार आर्या ने कहा कि नीतीश सरकार लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रही है, जो छात्रों पर लाठीचार्ज और प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी कराया जो कि इस बात का प्रमाण है कि सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर केवल सत्ता बचाने में लगी है.
उन्होंने सरकार पर दमनकारी नीतियों का आरोप लगाते हुए कहा कि जन सुराज के आंदोलन को कमजोर करने के लिए यह साजिश रची जा रही है,उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज का आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और इसे रोकना सरकार के लिए असंभव है,जहां सरकार विरोधी नारे लगाते हुए उन्होंने ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपनी नीतियों में जल्द सुधार नहीं किया, तो आंदोलन और तेज होगा.
जन सुराज नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन बिहार के छात्रों और उनके भविष्य की रक्षा के लिए है,उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस संघर्ष में साथ आएं और सरकार की दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करें, अगर सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो बिहार की जनता पटना के गांधी मैदान में पहुंच कर बहुत बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगा.
जन सुराज के इस आंदोलन का नेतृत्व कैमूर जिला के प्रमुख नेताओं ने किया, जिनमें शमीम अहमद,जैनेंद्र कुमार आर्य, आनंद सिंह, बुद्ध देव राम, कृष्ण प्रताप सिंह, अय्याज खान, वंशलोचन राम, जवाहर बिंद, विकास तिवारी, राम एकबाल प्रसाद बिंद, हीरा यादव, हरिचरण ठाकुर, उमेश पांडे, आरती कुमारी, नरेंद्र देव, सरिता देवी एवं अन्य शामिल रहें। यह प्रदर्शन एकता चौक पर आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में समर्थक जुटे.
भभुआ से विशाल कुमार की रिपोर्ट
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