किसान विकास मंच की स्थापना दिवस पर युपी शहाबगंज पहुंचे पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह,बोले अन्न गूगल पर नहीं खेतों में पैदा होता है..
कैमूर टॉप न्यूज़ भभुआ : किसान-विकास मंच के दशम स्थापना दिवस के अवसर पर युपी के जनपद चंदौली अन्तर्गत शहाबगंज में भीटिया गांव स्थित शिवमंदिर परिसर मे आयोजित कार्यक्रम में रविवार को बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सह रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के राजद विधायक सुधाकर सिंह पहुंचे हुये थे।इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि किसानों की सब्सिडी की राशि सरकार अपने जेब से नहीं देती है वो हमलोगों का ही टैक्स का पैसा है।अगर सरकार को सब्सिडी ना देना है तो ना दे बस किसानों के उपजाए हुए फसल का ही दाम दे दे,आज किसानों को अपनी उपज का तो छोड़ ही दीजिए उनके श्रम के बराबर पैसा भी नहीं मिल पाता है। उन्हें कहा कि अन्न गुगल पर नहीं खेतों में पैदा होता है किसान का फसल उत्पादन सरप्लस चल रहा है।जिसका फायदा उठाकर विचौलिया मनमाना कीमत वसूल रहे हैं। यदि किसान तीन वर्ष तक अपना उत्पादन आधा कर दें तो, तुरंत सरकार उसको घोषित मूल्य से अधिक पर खरीद्दारी करने लगेगी। सरकार किसानों को सब्सिडी के नाम पर जो छूट देती है। उसमें 100 रुपया में से तीन रुपया किसानों को मिलता है बाकी पैसा उर्वरक,बीज व कृषि यंत्रों को बनाने वाली कम्पनियों के पास चला जाता है। उन्हें कहा कि हमारी पूंजी व श्रम को लूटा जा रहा है। कम्पनियों में बनने वाला सामान जूता, कपड़ा, सीमेंट व स्टील का दाम बढ़ जाय तो मीडिया में कोई चर्चा नहीं होता लेकिन फसलों का दाम बढ़ने पर तुरंत हो हल्ला शुरू हो जाता है।सरकार कानून बनाकर बाजार उपलब्ध करा दे तो किसानो की समस्याओं का समाधान हो जाय। कार्यक्रम में कई किसान नेताओं ने संबोधित किया।राजनेति यादव ने कहां कि किसान अपनी दुर्दशा के खुद जिम्मेदार है। किसान जातियों में बंटा होने के कारण एकजुट होकर संघर्ष नहीं कर पाता। किसान आंदोलन के दौरान भी पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसान सहभागिता निभाने में पिछड़ गये। लेकिन अन्य प्रदेशों के किसानों के संघर्ष के कारण सरकार को तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ा।जब कोविड के दौरान कम्पनियों के कामकाज ठप्प हो गये थे तब अर्थव्यवस्था पुरी तरह चौपट हो गये।उस समय भी किसानों ने अपने दम पर फसल पैदा कर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की।इसी का फायदा उठाकर केन्द्र सरकार ने संसद में बिना चर्चा कराये कृषि कानून धन्ना सेठों के लिए पास कर दिया।इस लिए हम लोगों को जाती,पाती से ऊपर उठकर कर एमएसपी, स्वास्थ्य व शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। इस दौरान अफलातून देशाई,मिथिलेश सिंह, वीरेंद्र सिंह,शतीष चौहान, विजयकांत पासवान,प्रियानंद,बाबिल सिंह, दिनेश यादव,सुनिल सिंह, श्याम नारायण सिंह, जयनाथ सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राम अवध सिंह ने किया।
मुबारक अली की रिपोर्ट
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