एनएच दो पर लगा भयंकर जाम..
कैमूर टॉप न्यूज़, दुर्गावती (कैमूर):सरकार चाहे जो भी दावा कर ले पीठ थपथपा ले लेकिन एनएच 2 यूपी बिहार के बॉर्डर पर जाम से निजात पाने में नाकाम रही है.माननीय उच्चतम न्यायालय ने बहुत पहले एक आदेश पारित किया था की एन एच 2 पर जाम लगने के बाद उस राज्य और उस एरिया के पदाधिकारी जिम्मेदार होंगे और कानूनी कार्रवाई होगी.लेकिन सब कुछ के बावजूद भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं.राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले कच्चे माल लेकर के जाने वाले वाहन दूध फल सब्जी अंडा मछली पान जैसे मार्लों का तो लगता है .हवा ही निकल जाती है .कच्चे मालों के व्यापारी इन घाटों से कैसे उबर पाएंगे यह नामुमकिन साबित हो रहा है. बाजारों में सब्जी के दाम आसमान पर चढ़कर बोल रहे हैं आखिरकार यह जिम्मेदारी किसकी है यह जनता भी जानती है और सरकार भी जानती है.राष्ट्रीय राजमार्ग के यूपी बिहार की सीमा पर नौबतपुर के पास कर्मनाशा नदी पर बना पुल महज 10 वर्ष में ध्वस्त हो गया पाए टूट गए. केंद्र से लेकर बिहार उत्तर प्रदेश की सरकारें जान गई लेकिन वैसे पुल निर्माण करता पदाधिकारी या ठेकेदार या ओवरलोड बालू गिट्टी सरिया सीमेंट टाइल्स मुजैक जैसे भार ढोने वाले उन ट्रकों पर लगाम लगाने की जिम्मेवारी आखिरकार किसकी है. इसको कौनतय करेगा सरकार या जनता. जाम के कारण आवागमन बाधित है मरीज रोडो पर तड़पड़ा रहे हैं तो सवारी इस धूप भरी मौसम में उमस और प्यास की मार झेल रहे है.लेकिन आज तक इसका कोई भी स्थाई हल निकाल पाने में सरकार बिल्कुल नाकाम साबित हो रही है यह चिंता का विषय है. आखिरकार यह खेल कब तक चलता रहेगा कब तक मरीज जीटी रोड पर मरते रहेंगे एक्सीडेंट वाले रोड पर तड़पते रहेंगे और इन मौतों का जिम्मेदार किस को समझा जाएगा यह विचारणीय विषय है. समाचार पत्र के माध्यम से जनता ने एक आवाज उठाई है की कम से कम इसका स्थाई समाधान सरकार करें जिससे आम जनता राहत पा सके.



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