देवहलिया बाजार में झूमे श्रद्धालु, जन्माष्टमी मेले में दिखा उल्लास..
कैमूर टॉप न्यूज,भभुआ/रामगढ़:शनिवार को कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत देवहलिया बाजार पूरी तरह भक्तिमय हो उठा। हर साल की तरह इस वर्ष भी यहां तीन दिवसीय भव्य मेला और झांकियों का आयोजन किया गया है। मेले की शुरुआत होते ही क्षेत्र भर से श्रद्धालुओं का भीड़ उमड़ पड़ा। जगह-जगह “जय श्रीकृष्ण” के जयकारों से वातावरण गूंज उठा और पूरा इलाका धार्मिक उत्साह और उमंग से सराबोर हो गया।
भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण की झांकियों का दर्शन कर अपनी आस्था प्रकट की। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी झांकियों की सुंदर सजावट देखकर अभिभूत नजर आए। महिलाओं और युवतियों ने पारंपरिक वेशभूषा धारण कर उत्सव की शोभा को और बढ़ा दिया। मेले में आए छोटे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। वे झूले, मिठाइयों और खिलौनों का भरपूर आनंद ले रहे थे। वहीं, बुजुर्ग श्रद्धालु भजन-कीर्तन में लीन होकर आध्यात्मिक सुख का अनुभव कर रहे थे।
श्रद्धालुओं ने कहा कि जन्माष्टमी का यह मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन ही नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है, जहां हर वर्ग और उम्र के लोग एक साथ जुटकर पर्व का आनंद उठाते हैं।
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह पुख्ता किया है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) मोहनियां, पुलिस अंचल निरीक्षक मोहनियां और थानाध्यक्ष रामगढ़ ने संयुक्त रूप से मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मेला समिति से समन्वय बनाकर भीड़-प्रबंधन, यातायात नियंत्रण और पार्किंग व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। साथ ही, श्रद्धालुओं से अपील की गई कि वे शांतिपूर्वक और सहयोगात्मक तरीके से कार्यक्रम का हिस्सा बनें।
तीन दिवसीय यह मेला क्षेत्र की सबसे बड़ी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में गिना जाता है। लोग न केवल पूजा-अर्चना और झांकियों का आनंद लेते हैं बल्कि यहां लगने वाले अस्थायी बाजार से घर-परिवार के लिए आवश्यक सामान भी खरीदते हैं। यही कारण है कि जन्माष्टमी का यह पर्व स्थानीय लोगों के जीवन में विशेष महत्व रखता है।
कृष्ण जन्माष्टमी पर देवहलिया बाजार का यह मेला आस्था, उल्लास और सामाजिक सद्भाव का अद्भुत संगम बन चुका है, जिसमें श्रद्धालु पूरे मनोयोग और भक्ति भाव से शामिल हो रहे हैं।
- अभिषेक राज की रिपोर्ट



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